जीवन यात्रा
की आध्यात्मिक भावनामय विश्राम
स्थली का नाम गुरु पुर्णिमा
है। प्रत्येक व्यक्ति लौकिक-भौतिक
व्यवस्था के साथ आध्यात्मिक
विश्राम चाहता हैं, एतदर्थ
उसका चिन्तन-मनन
पवित्र दिवस पर अधिक उपादेय
एवम् युक्तिसंगत हैं। हम
निरन्तर आध्यात्मिक शान्ति
की खोज में हैं। उसका उत्तर
शान्त-पवित्र भावों
में गुरू पूर्णिमा को सुलभ
हो सकता हैं।
महर्षि
वेदव्यास को श्रद्धा निवेदित
करते हुए अपने गुऱुदेव स्वामी
श्रीरामनरेशाचार्य जी के
पावन चरणों में शीश झुकाता
हूं।
| स्वामी रामनरेशाचार्य जी महाराज |
आप सबके आनन्दमय, मंगलमय, अभ्युदय पूर्ण, क्रियाशील एवं अनाशक्त जीवन की सफलता के लिए अनंत शुभकामनाएं।
| Swami Ramnareshacharya ji an Punjab |
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